भोपाल-अधीक्षक हमीदिया चिकिसालय डॉ आई डी चौरसिया और अधिष्ठाता गांधी मेडिकल कालेज भोपाल डॉ जितेंद्र शुक्ला ने गुरुवार को 2 मृतक महिलाओं के शवों की अदला बदली को एक मृतक के परिवारजनों द्वारा गलत शिनाख्त के चलते इस घटना का होना बताया है।उन्होंने जांच के बाद 2 स्वास्थ्य कर्मियों को निलंबित भी कर दिया है।
कार की तलाशी के दौरान मिली रकम 1 करोड़ 12 लाख 99 हजार 200 रुपये
बागबाहरा ब्लाक के खल्लारी,लुकुपाली, तेंदूकोना व् कलमीदादर कन्टेंनमेंट जोन घोषित
42 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस, कांटेक्ट ट्रेसिंग कार्य में अनुपस्थित होने पर
डॉ चौरसिया ने बताया कि 8 अप्रैल को हमीदिया चिकित्सालय में कोविड-19 से मृत्यु होने पर शीला बाई एवं नफीसा बी की देह को क्रमशः उनके नामों के पर्ची के साथ संपूर्ण कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हमीदिया चिकित्सालय के मरचुरी में रखा गया था ।कोविड-19 की गाइड लाइन के अनुसार जब शीला बाई के परिजनों को उनकी शिनाख्त करने के लिए बुलाया गया तो परिजनों ने नफीसा बी की देह को शीला बाई समझते हुए उनका अंतिम संस्कार कर दिया तदुपरांत जब नफीसा बी के परिजनों को उनकी देह की शिनाख्त के लिए बुलाया तो उन्होंने बताया कि यह उनकी देह नहीं है ।इस पूरे घटनाक्रम की जांच करने पर इससे संबंधित 2 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है एवं एक जांच कमेटी बनाते हुए पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए गए हैं।
हमसे जुड़े :–https://dailynewsservices.com/