दिल्ली-विशेष रेलगाड़ियों द्वारा 25 मई को10:00 बजे तक देश भर के विभिन्न राज्यों से कुल 3060 “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनें चलाई गई.इन “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों से 40 लाख से अधिक यात्री अपने अपने प्रदेश-अपने घर तक पहुँच चुके हैं.
3060 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से, 2608 ट्रेनें गंतव्य पर समाप्त हो गई हैं. 453 ट्रेनें चल रही हैं। 24.05.2020 को 237 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 3.1 लाख यात्रियों को ले जाया गया.विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को लाने-ले जाने के संबंध में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद रेलवे ने 1 मई, 2020 से विशेष“श्रमिक स्पेशल” ट्रेनें चलाने का फैसला किया था.
इन 3060 ट्रेनों को विभिन्न राज्यों से चलाया गया. जिन शीर्ष पांच राज्यों /संघ शासित प्रदेशों से अधिकतम ट्रेनें निकली वे हैं गुजरात (853 ट्रेनें), महाराष्ट्र (550 ट्रेनें), पंजाब (333 ट्रेनें), उत्तर प्रदेश (221 ट्रेनें), दिल्ली (181 ट्रेनें) है.
प्रति दिन 4 लाख से अधिक फंसे हुए लोगों को “श्रमिक स्पेशल” ट्रेन पहुचा रही उनको घर
जिला प्रशासन का अभिनव पहल,श्रमिको के छोटे बच्चों को पहनाया चप्पल
साथ ही इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को देश भर के विभिन्न राज्यों में समाप्त कर दिया गया था.शीर्ष पांच राज्य जहां अधिकतम ट्रेनें समाप्त हो रही हैं वे उत्तर प्रदेश (1245 ट्रेनें), बिहार (846 ट्रेनें), झारखंड (123 ट्रेनें), मध्य प्रदेश (112 ट्रेनें), ओडिशा (73 ट्रेनें) हैं.
जिन रेल मार्गों पर 23 व् 24 मई को भीड़ देखी गई थी वह समाप्त हो चुकी है.बिहार और उत्तर प्रदेश के मार्गों पर दो तिहाई से अधिक रेल यातायात के मिलने और स्वास्थ्य प्रोटोकॉलों के कारण टर्मिनलों को देर से क्लीयरेंस मिलने की वजह से भीड़भाड़ हो गई थी. राज्य सरकारों के साथ सक्रिय बातचीत और यात्रा के लिए संभव मार्गों का पता लगाकर हल किया गया.
श्रमिक स्पेशल के अलावा नई दिल्ली को जोड़ने वाली 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चला रहा है.और 1 जून को 200 और टाइम टेबल ट्रेनें शुरू करने की योजना है.
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