महात्मा गांधी को उनकी 150वीं जयंती पर एक विशेष श्रद्धांजलि में, दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के युवा छात्रों ने आज दो विश्व रिकॉर्ड बनाए.
पहला विश्व रिकॉर्ड ‘एक स्थान पर सबसे अधिक संख्या में पर्यावरण संबंधी स्थिरता के सबक’ के वर्ग में था। इस विश्व रिकॉर्ड में लगभग 5000 बच्चों ने भाग लिया। दूसरा रिकॉर्ड ‘सबसे बड़ी संख्या में सोलर लैंप की असेम्बली और लाइटिंग’ से संबंधित था। इस रिकॉर्ड में प्रतिभागियों की संख्या 5000 से अधिक थी और सही संख्या जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारियों द्वारा जारी की जाएगी, जो कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सभी छात्रों को बधाई दी और कहा कि उन्होंने अपने हाथों और हृदय से एक सोलर लैंप बनाया है। उन्होंने अपने जीवनकाल के दौरान कम से कम सात पेड़ रोपने के द्वारा खुद का ऑक्सीजन बैंक बनाने की भी अपील की। मंत्री ने इस तथ्य पर प्रसन्नता जताई कि 79 देश अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के सदस्य बन चुके हैं। जावडेकर ने सभी छात्रों को पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने की भी शपथ दिलाई.
इस अवसर पर बिजली मंत्री आर.के. सिंह ने कहा कि विश्व जलवायु परिवर्तन के कारण गंभीर खतरे का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपनी आने वाली पीढि़यों के लिए एक बेहतर विश्व छोड़कर जाएंगे.
एमएनआरई के सचिव आनंद कुमार ने सभी प्रतिभागियों और प्रशिक्षुओं का स्वागत किया और इस बात पर प्रसन्नता जताई कि इतने सारे छात्रों ने पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को इससे बेहतर श्रद्धांजलि नहीं हो सकती.
इस अवसर पर नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.