प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के चेन्नई के मामल्लपुरम में दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता को भारत और चीन के बीच ‘सहयोग के एक नए दौर’ की शुरूआत कहा।
प्रधानमंत्री आज मामल्लपुरम में अनौपचारिक वार्ता के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की शुरूआत में अपना उद्घाटन वक्तव्य दे रहे थे।
PM @narendramodi: India and China have been major economic powers in past #MamallapuramSummit pic.twitter.com/u8pUim8zq6
— Doordarshan News (@DDNewsLive) October 12, 2019
पिछले साल वुहान में दोनों देशों के बीच पहले अनौपचारिक शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे हमारे संबंधों में स्थिरता बढ़ी है और उसे एक नई रफ्तार मिली है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सामरिक संचार में बढ़ोत्तरी हुई है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘हमने तय किया है कि हम अपने मतभेदों को विवादों में बदलने से पहले ही उसका समाधान करेंगे, हम एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशील होंगे और हमारे संबंध विश्व शांति एवं स्थिरता के लिए प्रयासरत होंगे।’
मामल्लपुरम में दूसरे अनौपचारिक शिखर वार्ता का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘चेन्नई शिखर वार्ता में अब तक हमने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर काफी बातचीत की है। वुहान शिखर वार्ता ने हमारे द्विपक्षीय संबंधों को एक नई गति प्रदान की है। आज हमारे चेन्नई कनेक्ट के साथ दोनों देशों के संबंधों में सहयोग के एक नए युग की शुरुआत हुई है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हमारे दूसरे अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए भारत आने के लिए धन्यवाद देता हूं। चेन्नई कनेक्ट से भारत-चीन संबंधों को काफी गति मिलेगी। इससे दोनों देशों और दुनिया के लोगों को फायदा होगा।’