पटेवा क्षेत्र में तमिलनाडू से लौटी दंपत्ति का स्वास्थ्य परीक्षण ,संक्रमण संबंधी एक भी लक्षण नहीं मिला-

महासमुंद :एक तरफ कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है, वहीं, दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का अमला संक्रमण के बचाव में जुटा है। शुक्रवार 20 मार्च 2020 को जिले में कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण दल के अधिकारी डॉ छत्रपाल चंद्राकर और आईडीएसपी का दल अचानक पटेवा स्थित एक गांव जा पहुंचा। जहां, तमिलनाडू से वापस आई एक दंपत्ति के निवासरत होने की सूचना थी। संदिग्ध प्रकरण के तौर पर लेते हुए अमले ने दंपत्ति के स्वास्थ्य की पूर्ण जांच की गई और राहत भरी खबर मिली। नाम गोपनीय रखने की शर्त पर डॉ चंद्राकर ने बताया कि जिस दंपत्ति का परीक्षण किया है वे कोरोना वायरस यानी कोविड 19 से संक्रमित नहीं हैं। उनमें कोरोना वायरस संबंधी सर्दी, खांसी या बुखार जैसे कोई भी लक्षण नहीं हैं। वे स्वस्थ्य प्रतीत हो रहे हैं इसलिए वर्तमान में उन्हें कोरोना वायरस के पीड़ित या संदिग्ध नहीं कहा जा सकता.
 कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण दल के नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में होम आइसोलेशन के कुल आठ प्रकरण हैं। इनके लिए विभाग विशेष स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदाय कर रहा है। जिसमें उनकी देख-रेख का जिम्मा प्रशिक्षित व अनुभवी चिरायु दल के स्वास्थ्य अमले को दिया गया है। जो होम आइसोलेशन की संदिग्ध परिस्थितियों में उनके घर जाकर ही चिकित्सकीय सेवाएं प्रदाय करने के साथ-साथ लगातार निरीक्षण व स्वास्थ्य परीक्षण भी कर रहे हैं.
 स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अब तक कोरोना वायरस से पीड़ित एक भी प्रकरण नहीं मिला है। संवेदनशील स्थिति को देखते हुए संक्रमण को फैलने से पहले ही रोकने के लिए विभाग अहितायत के तौर पर चिकित्सकीय सेवाएं प्रदाय करने में जुटा हुआ है। ऐसे में आमजन को घबराने की जरूरत नहीं है, अपितु हम सभी को मिल कर जागरूकता के साथ इसके संक्रमण से बचने का प्रयास करना चाहिए.

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