कलेक्टर ने इन गड़बड़ियों पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषी प्रबंधक दिनेश कुमार वर्मा पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये। समिति के नोडल अफसर एवं आरएईओ दीप नारायण सिंह परिहार की भूमिका को भी जांच के दायरे में लिया गया है।
बलौदाबाजार 4 दिसम्बर 2019/जिला प्रशासन की टीम ने धान खरीदी की गड़बड़ी को रंगे हाथ पकड़ लिया। सिमगा के ढेकुना सोसायटी में पिछले तीन दिनों में खरीदे गये धान से 511 कट्टा ज्यादा धान पकड़ में आया। संभवतया हेराफेरी करने के लिए समिति ने इस धान को ढेरी के रूप में अलग से रखा था। उनकी मंशा पर पानी उस समय फिर गया जब कलेक्टर कार्तिकेया गोयल एवं एसपी नीतुकमल अचानक ढेकुना समिति आ धमके।
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उन्हेांने समिति का बारीकी से निरीक्षण कर अब तक खरीदे गये धान का भौतिक सत्यापन भी कराया। सत्यापन में 511 कट्टा धान ज्यादा निकला। नियमानुसार समिति में पिछले तीन दिनों की आवक 11 हजार 480 कट्टे होने चाहिये। जबकि समिति फड़ में 11 हजार 991 कट्टा धान पाया गया। बताया गया कि समिति ने 4 तारीख को जारी किये गये टोकन वाले 9 किसानों के धान को गलत इरादे से एक दिन पहले ही मंगवा लिया था ।
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तौल पत्रक में जिम्मेदार लोगों के दस्तखत भी नहीं थे। दिनभर के आवक को उसी दिन भराई और पैकिंग करके स्टेकिंग किया जाना होता है। कलेक्टर ने इन गड़बड़ियों पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषी प्रबंधक दिनेश कुमार वर्मा पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये। समिति के नोडल अफसर एवं आरएईओ दीप नारायण सिंह परिहार की भूमिका को भी जांच के दायरे में लिया गया है। नियमों के अनुसार खरीदी केन्द्र में स्टाॅक का भौतिक सत्यापन करने का काम इन नोडल अफसरों का होता है। निरीक्षण में एडीएम जोगेन्द्र सिंह, एसडीएम धनीराम रात्रे, एएफओ अनिल जोशी, तहसीलदार हरिशंकर पैकरा, नायब तहसीलदार यशवंत राज, सीईओ अशोक साहू भी उपस्थित थे।
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