राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर विधानसभा परिसर में गांधी जी के व्यक्तिव और कृतित्व पर आधारित छायाचित्र और डाकटिकटों की प्रदर्शनी का राज्यपाल अनुसुईया उइके ने शुभारंभ किया। राज्यपाल उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने दीप प्रज्ज्वलित किया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे सहित मंत्रीमंडल के सदस्यगण, सांसद और विधायकगणों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया.
हिन्दुस्तान उन सभी का है जिनका जन्म तथा लालन-पालन यहां हुआ है और जो अन्य किसी देश को अपना नहीं कह सकते….स्वाधीन भारत हिन्दु राज्य नहीं, भारतीय राज्य होगा, जो किसी धर्म, सम्प्रदाय या वर्ग विशेष के बहुसंख्यक होने पर आधारित नहीं होगा, बल्कि किसी भी धार्मिक भेद-भाव के बिना सभी लोगों के प्रतिनिधियों पर आधारित होगा। इस तरह वसुधैव कुटुम्बकम के विचारों को प्रकट करने वाले महात्मा गांधी आज भले ही इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी यादें जन-जन में एक देश भक्त, अहिंसा के पुजारी और सत्य की राह पर चलने वाले बापू के रूप में विराजमान है। कुछ इन्हीं अनमोल विचारों से समाहित महात्मा गाँधी के जीवन पर आधारित छायाचित्रों एवं डाक टिकटों की दो दिवसीय प्रदर्शनी विधानसभा परिसर में लगाई गई है। महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित इस प्रदर्शनी में गांधी जी के बाल्यकाल सहित सत्याग्रह एवं उनके द्वारा किए गए विभिन्न आंदोलनों, छत्तीसगढ़ सहित देश-विदेश में की गई यात्राओं की झलक है।