दिल्ली-इराक की संसद ने चुनाव सुधार की बहुप्रतीक्षित मांग मानते हुए इराक में नया चुनावी कानून पारित किया. नए कानून से प्रत्येक संसद सदस्य किसी ग्रुप का प्रतिनिधित्व करने के स्थान पर विशेष निर्वाचक जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इराक की संसद ने नए चुनावी कानून को मंजूरी दी। चुनाव निष्पक्ष कराने के लिए प्रदर्शनकारियों की यह एक महत्वपूर्ण मांग थी। संसद द्वारा पारित नए कानून से मतदाता पार्टी की सूची से सांसद चुनने के बजाय अलग से सांसदों का चुनाव करें। नए कानून से प्रत्येक संसद सदस्य किसी ग्रुप का प्रतिनिधित्व करने के स्थान पर विशेष निर्वाचक जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने केवल नए चुनावी कानून की ही मांग नहीं की थी बल्कि पूरी सत्ता को हटाने का भी मांग किया था, जो विदेशी ताकतों के प्रभाव में काम कर रहे थे।
पहले अक्तूबर से शुरू हुए सामुहिक प्रदर्शनों से इराक में संकट पैदा हो गया। प्रदर्शनकारी पूरी राजनीतिक प्रणाली को बदलने की मांग कर रहे हैं। इराक में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और ज्यादातर इराकी नागरिक गरीबी में जीवन-यापन कर रहे हैं। प्रदर्शन में साढे चार सौ से अधिक लोग मारे गए हैं।
आदिवासी नृत्य महोत्सव-25 राज्यों सहित 6 देशों के आदिवासी कलाकार एक समय पर एक ही स्थान पर थिरकेगा https://t.co/f76THwwfPy via @Daily News Services
— DNS (@DNS11502659) December 25, 2019
नई दिल्ली के राजपथ पर बिखरेंगे छत्तीसगढ़ी संस्कृति के रंग ,पारंपरिक शिल्प व आभूषण पर आधरित झांकी हुई चयनित https://t.co/A5GojeCn4h via @Daily News Services
— DNS (@DNS11502659) December 25, 2019