मौजूदा दौर से अधिक मजबूती से उबरकर सामने आएगी अर्थव्यवस्था:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में वाणिज्य और उद्योग मंडल-एसोचैम के शताब्दी वर्ष सम्मलेन में शिरकत की। इस मौक़े पर पीएम मोदी ने कहा कि 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य कठिन हो सकता है लेकिन असंभव हरगिज नहीं है…पीएम ने विश्वास दिलाया कि देश की मौजूदा सरकार हर-एक वर्ग और विषय को लेकर संवेदनशील है और देश की अर्थव्यवस्था को नए लक्ष्यों के साथ शक्ति संपन्न बनाने की कोशिश जारी है।

देश की अर्थव्यवस्था के मौजूदा हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को भरोसा दिया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मौजूदा हालात से बाहर निकलने की क्षमता है और भारत फिर से मजबूती के साथ उच्च आर्थिक वृद्धि के रास्ते पर लौटेगा। एसोचैम के 100वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे पीएम ने आंकडों के जरिए बताया कि कैसे पहले की सरकारों के दौर में अर्थव्यवस्था निराशाजनक हालत में पहुंच गयी थी।

पीएम ने उद्योगपतियों से आगे बढ़कर निवेश के लिये कदम उठाने का आह्वान करते हुये कहा कि भारत को 5,000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य हासिल करना संभव है।

देश के प्रमुख उद्योगपतियों को संबांधित करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने कारोबार जगत की बेहतरी के लिये कई कदम उठाये हैं। पीएम ने कहा कि पिछले तीन साल में कारोबार सुगमता की दिशा में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले शीर्ष 10 देशों में भारत भी एक है और इस काम के पीछे कठिन मेहनत है ।

प्रधानमंत्री ने सरकार की ओर से कारोबार के अनुकूल रवैये का जिक्र करते हुए कहा कि कंपनी अधिनियम के प्रावधानों को आपराधिक कार्रवाई से मुक्त करने पर काम किया जा रहा है। पीएम ने  कॉरपोरेट कर की दरों में हुई हालिया कटौती का भी उल्लेख किया और कहा कि अब  कंपनियों के लिये कर अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। कार्यक्रम में वित्त और वाणिज्य मंत्री समेत सरकार क आला मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया और बताया कि कैसे सरकार अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए लगातार कदम उठा रही है ।

कुल मिलाकर एसोचैम के कार्यक्रम में सरकार ने साफ कर दिया है कि परिस्थिति जैसी भी हों सरकार उससे निपटने के लिए तैयार है और 5 ट्रिलियन इकोनमी बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

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