देश के एकीकरण में सरदार वल्लभ भाई पटेल का बहुत बड़ा योगदान-भूपेश बघेल

 बिलासपुर:सरदार वल्लभ भाई पटेल महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, महान वकील, राजनेता और संगठक थे। देश के एकीकरण में उनका बहुत बड़ा योगदान था। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज बिलासपुर जिले के रतनपुर में सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती समारोह और कुर्मी महाधिवेशन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह उद्गार व्यक्त किया। उन्होंने कुर्मी समाज की मांग पर मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में उन्नत कौशल प्रशिक्षण संस्थान निर्माण हेतु ढाई एकड़ जमीन आबंटित करने के साथ ही रतनपुर में सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर भव्य भवन बनाने के लिये 50 लाख रूपये स्वीकृत करने की घोषणा भी की.

रतनपुर के महामाया मंदिर परिसर में कुर्मी क्षत्रिय चेतना मंच द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री बघेल ने कुर्मी समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में केवल रोटी और बेटी की बात होती है। यह हमारे समाज के पिछड़ेपन का प्रमुख कारण है। इनके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि की बातें भी होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 2500 रूपये क्विंटल धान खरीदी और ऋण माफी से किसानों का जीवन स्तर पहले से बेहतर हो गया है। आज जिनके पास पंखा नहीं था, उनके पास पंखा है। जिनके पास पंखा था, उसने कूलर लगा लिया है। कूलर वाले एसी लगा रहे हैं और सायकिल वाले फटफटी और फटफटी वाले कार ले रहे हैं। देश में मंदी है, लेकिन छत्तीसगढ़ में नहीं है। बघेल ने छत्तीसगढ़ के स्वप्नदृष्टा डॉ. खूबचंद बघेल का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य का सपना देखा था। उनकी सोच थी कि राज्य बनने से छत्तीसगढ़िया लोगों के हिसाब से नीति बनेगी। उनके हिसाब से बजट तय होंगे और छत्तीसगढ़ के संसाधनों का लाभ मिलेगा.

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले कुर्मी समाज के वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया। पूर्व राज्यसभा सांसद  रामाधार कश्यप को शिखर सम्मान से नवाजा गया। छत्तीसगढ़ का राजगीत अरपा पैरी की धार…. बजाया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को किसानों का महत्वपूर्ण औजार नांगर भेंटकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कुर्मी समाज की पत्रिका चेतना के स्वर और कुर्मी चेतना जागृति स्मारिका का विमोचन किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता  सतीशचंद्र वर्मा, जनपद पंचायत बिल्हा की अध्यक्ष गीतांजली कौशिक, पूर्व विधायक बैजनाथ चंद्राकर, पूर्व महापौर किरणमयी नायक,  प्रमोद नायक, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य दिलीप कौशिक, सुखदेव कश्यप, समाजसेवी मनोहर लाल चंदेल सहित कुर्मी समाज के पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे.