ऐसा क्या हुआ जिसके कारण विधायक विनोद चन्द्राकर भडके डाक्टरों पर जानिए

महासमुंद– हमेशा चर्चा में रहने वाले जिला चिकित्सालय की व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां डाॅक्टरों की मनमानी हावी है। डाॅक्टर यहां अपनी मर्जी से पहुंचते हैं। जिसके कारण मरीज व उनके परिजनों को परेशान होना पड़ता है। विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के आकस्मिक निरीक्षण में जिला हास्पिटल में डाॅक्टरों की मनमानी का खुलासा हुआ। जिस पर विधायक विनोद चंद्राकर ने सीएचएमओ को तलब करते हुए लापरवाह डाॅक्टरों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
डाॅक्टरों के कुछ चैंबर खाली तो कुछ रहे लाॅक
गुरूवार की सुबह सवा 9 बजे के करीब विधायक विनोद चंद्राकर औचक निरीक्षण में जिला हाॅस्पिटल पहुंचे। उस वक्त हाॅस्पिटल में मरीजों की भीड़ लग गई थी। पर्ची काउंटर में एक दर्जन से अधिक मरीजों की पर्ची कट गई थी। लेकिन 21 डाॅक्टरों के स्टाफ वाले इस हाॅस्पिटल में मात्र दो चिकित्सक ही निर्धारित समय पर मौजूद मिले। डाॅक्टरों के कुछ चैंबर खाली तो कुछ लाॅक रहे।
जिस पर विधायक ने नाराजगी जताते हुए सीएचएमओ वारे को तलब किया। बाद इसके लेटलतीफी व लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। वहीं विधायक विनोद चंद्राकर के हाॅस्पिटल पहुंचने की सूचना के पौन घंटे बाद सीएस डा परदल पहुंचे। अव्यवस्था को लेकर डा परदल को भी खरी खोटी सुनाई। विधायक चंद्राकर ने कहा कि जब आप सीएस होने के बाद इतने लेट से पहुंच रहे हैं तो डाॅक्टरों की मनमानी कैसे रूकेगी।
डयूटी टाईम पर भी नहीं पहुंचते डाक्टर

विधायक ने कहा कि जिला अस्पताल में डाॅक्टरों की मनमानी की हद हो गई है। एक तो पूरे समय तक हाॅस्पिटल में डाॅक्टर रहते नहीं उपर से अपने डयूटी टाईम पर भी नहीं पहुंचते हैं। सुबह आठ बजे डाॅक्टरों को उपस्थित होना है लेकिन यहां दो डाॅक्टरों को छोड़कर कोई समय पर नहीं पहुंचे हैं। जबकि मरीज व उनके परिजन डाॅक्टरों के इंतजार में बैठे हुए हैं। मतलब स्पष्ट है कि डाॅक्टर यहां अपनी मर्जी से पहुंचते हैं। लापरवाह डाॅक्टरों पर विभागीय कार्रवाई नहीं होने से उनके हौंसले बुलंद हो रहे हैं। उन्होंने हाॅस्पिटल की व्यवस्था में सुधार लाने सीएचएमओ व सीएस को सख्त हिदायत दी। निरीक्षण के दौरान प्रमुख रूप से सरपंच जब्बर चंद्राकर व दिलीप चंद्राकर मौजूद रहे।

वार्डों में जाकर मरीजों से मिले विधायक

निरीक्षण के दौरान विधायक ने मेल व फिमेल वार्ड में पहुंचकर मरीजों से चर्चा की। मरीजों ने भी बताया कि नर्स के भरोसे ही उनका इलाज होता है। बाघामुड़ा निवासी चुम्मन लाल देवांगन ने बताया कि उनका बच्चा तीन दिनों से भर्ती है लेकिन डाॅक्टर देखने पहुंच नहीं रहा है। वहीं एक नर्स ने तो सीएचएमओ के सामने ही व्यवस्था की पोल खोलते हुए कहा कि मरीज उन्हें ही डाॅक्टर समझते हैं। जिस पर विधायक  चंद्राकर ने सीएचएमओ को नियमित रूप से मानीटरिंग की व्यवस्था बनाए रखने की बात कही।

दलालों पर अंकुश नहीं

जिला हाॅस्पिटल में दलालों पर अंकुश नहीं लग पाया है। विधायक विनोद चंद्राकर ने निरीक्षण के दौरान स्पष्ट शब्दों में कहा कि यहां दलाल सक्रिय है, जो कमीशन के चलते यहां के मरीजों को प्राइवेट हाॅस्पिटल में ले जाते हैं। मामूली बीमारी में प्राइवेट हाॅस्पिटल में मरीजों से मोटी रकम वसूली की जाती है। इस पर रोक लगाए जाने की जरूरत है। इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई के लिए उन्होंने पुलिस अधीक्षक से भी चर्चा की।