Home खास खबर महाकाल मंदिर परिसर, उज्जैन शीघ्र ही अति-आकर्षक स्वरूप करेगा ग्रहण-CM चौहान

महाकाल मंदिर परिसर, उज्जैन शीघ्र ही अति-आकर्षक स्वरूप करेगा ग्रहण-CM चौहान

आगामी महाशिवरात्रि एक मार्च को उज्जैन में घर-घर में दीप जलाए जाएँ On the upcoming Mahashivratri, on March 1, lamps should be lit from house to house in Ujjain.

उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर का दर्शन करेगे राष्ट्रपति 29 मई को
file foto

भोपाल-महाकाल मंदिर परिसर, उज्जैन शीघ्र ही अति-आकर्षक स्वरूप ग्रहण करने जा रहा है। आकर्षक लाइट एण्ड साउंड सिस्टम स्थापित होने से महाकाल परिसर बिल्कुल नए रूप में दिखेगा। महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के प्रथम चरण के कार्य 90 प्रतिशत पूर्ण हो गये हैं। कुल 714 करोड़ रूपये की परियोजना में से मध्यप्रदेश सरकार 421 करोड़ रूपये की धन राशि खर्च कर रही है। केन्द्रांश 271 करोड़ रुपये के साथ ही प्रबंध समिति 21 करोड़ की राशि खर्च कर रही है।

यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में एक उच्च स्तरीय बैठक में दी गई। मुख्यमंत्री ने उज्जैन में संचालित निर्माण कार्यों और सौंदर्यीकरण योजनाओं की समीक्षा की। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव नगरीय विकास मनीष सिंह, प्रमुख सचिव जनसम्पर्क राघवेंद्र कुमार सिंह और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

CM चौहान ने भू-माफियाओं पर किए गए कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन को दी बधाई

महाकाल मंदिर परिसर, उज्जैन शीघ्र ही अति-आकर्षक स्वरूप करेगा ग्रहण CM चौहान

गांधीधाम-पुरी एक्सप्रेस की पेंट्री कार में लगी आग,सभी यात्री सुरक्षित

मुख्यमंत्री ने कहा महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना के कार्यों को आगामी 3 माह में व्यवस्थित रूप से पूर्ण कर लिया जाए। इन कार्यों के पूर्ण होने पर लोकार्पण की तिथि तय होगी। इसके लिए मुख्यमंत्री चौहान दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री को आमंत्रित कर लोकार्पण का अनुरोध करेंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आगामी महाशिवरात्रि एक मार्च को उज्जैन में घर-घर में दीप जलाए जाएँ। इसमें व्यापक जन-भागीदारी हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री महाकाल महाराज मंदिर परिसर उज्जैन की विस्तार योजना के कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि कोटि तीर्थ शुद्ध जल से भरा रहे और यह क्षेत्र भव्यता और दिव्यता के अनुभव करवाए।

क्षिप्रा में जल का प्रवाह बना रहे। देश में अक्षरधाम जैसे स्थानों की तरह बल्कि उससे भी श्रेष्ठ जनाकर्षण उज्जैन के स्थानों पर रहे, इसके प्रयास हों। सिंहस्थ के लिए भी स्थायी महत्व के कार्य किए जायें। जो कार्य शेष हैं उन्हें व्यवस्थित रूप से पूर्ण किया जाए।

हमसे जुड़े :

आपके लिए /छत्तीसगढ़/महासमुन्द