प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत-जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंध, लोकतंत्र और कानून के शासन के मूलभूत विश्वास पर आधारित है.अंतर-सरकारी परामर्श की भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अनूठी व्यवस्था ने भारत और जर्मनी के बीच नयी और आधुनिक प्रौद्योगिकी, ई-मोबिलटी, फ्यूल सेल प्रौद्योगिकी, स्मार्ट सिटी, अंतर – देशीय जलमार्ग, समुद्रतट प्रंबधन, नदियों की साफ सफाई, पर्यावरण संरक्षण आदि क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश, एक्सपोर्ट कंट्रोल रिजिम तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय मंचों में भारत की सदस्यता का समर्थन देने के लिए जर्मनी का कृतज्ञ है.उन्होंने कहा कि दोनों देश सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में सुधार के लिए आपसी सहयोग जारी रखेंगे।